Share Market: म्यूचुअल फंड में SIP से इनवेस्‍टमेंट ने बनया र‍िकॉर्ड, सेबी के फैसले से आएगी और तेजी
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Share Market: म्यूचुअल फंड में SIP से इनवेस्‍टमेंट ने बनया र‍िकॉर्ड, सेबी के फैसले से आएगी और तेजी

SIP Calculator: अच्‍छे रिटर्न की उम्‍मीद को देखते हुए एसआईपी में आने वाले साल 2024 में तेजी भी बने रहने की उम्मीद है. जानकारों की तरफ से न‍िवेश में आई तेजी के ल‍िए कई कारण बताएं जा रहे हैं. न‍िवेश की ल‍िम‍िट 250 रुपये क‍िये जाने से भी एसआईपी का आंकड़ा बढ़ने की उम्‍मीद है.

Share Market: म्यूचुअल फंड में SIP से इनवेस्‍टमेंट ने बनया र‍िकॉर्ड, सेबी के फैसले से आएगी और तेजी

Systematic Investment Plan: अगर आप भी स‍िस्‍टेमेट‍िक इनवेस्‍टमेंट प्‍लान (SIP) के जर‍िये शेयर बाजार में न‍िवेश करते हैं तो यह खबर आपके काम की है. जी हां, एसआईपी (SIP) के जरिये म्यूचुअल फंड में निवेश 2023 के पहले 11 महीने में बढ़कर 1.66 लाख करोड़ रुपये हो गया. एम्फी की तरफ से यज जानकारी दी गई. एसआईपी (SIP) के जरिये न्यूनतम निवेश की न्‍यूनतम राश‍ि 250 रुपये करने वाले सेबी के फैसले से आने वाले समय में न‍िवेश राशि में उछाल आने की संभावना है.

सालाना आधार पर हो रही बढ़ोतरी

एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के आंकड़ों के अनुसार, इस साल नवंबर तक एसआईपी (SIP) से क‍िया गया कुल न‍िवेश 1.66 लाख करोड़ रुपये हो गया. इससे पहले 2022 में 1.5 लाख करोड़, 2021 में 1.14 लाख करोड़ और 2020 में 97000 करोड़ रुपये का न‍िवेश हुआ था. मोतीलाल ओसवाल एएमसी के चीफ ब‍िजनेस ऑफ‍िसर अखिल चतुर्वेदी ने बताया क‍ि एसआईपी के जर‍िये क‍िये जा रहे न‍िवेश में सालाना आधार पर बढ़ोतरी हो रही है.

SIP में 2024 में तेजी बने रहने की उम्मीद
उन्होंने कहा, 'उत्साही आर्थिक दृष्टिकोण और बढ़ी हुई बाजार ह‍िस्‍सेदारी के साथ एक अनुशासित और सुलभ निवेश विकल्प के रूप में एसआईपी को निवेशकों का साथ बने रहने की संभावना है. अच्‍छे रिटर्न की संभावना को देखते हुए एसआईपी में 2024 में तेजी बने रहने की उम्मीद है.' जानकारों ने न‍िवेश में आई तेजी के ल‍िए कई कारण बताएं हैं. इनमें एम्फी (AMFI) की तरफ से फैलाई जा रही जागरूकता, जनसांख्यिकी, इक्‍व‍िटी निवेश पर मजबूत रिटर्न और निवेश में सहूलियत शामिल हैं.

क्‍या है एसआईपी
आपको बता दें एसआईपी म्यूचुअल फंड कंपनियों की तरफ से पेश का एक तरीका है. इसमें कोई भी व्यक्ति एकमुश्त निवेश की बजाय किसी खास स्‍कीम में समय-समय पर न‍िश्‍च‍ित राश‍ि का न‍िवेश करता रहता है. अभी एसआईपी की न्‍यूनतम मंथली किस्त 500 रुपये तक हो सकती है. लेकिन सेबी ने इसे और पसंदीदा बनाने के ल‍िए एसआईपी में न‍िवेश की न्यूनतम ल‍िम‍िट को घटाकर 250 रुपये करने का फैसला किया है.

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