Allahabad University: अब इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स दुनिया के किसी भी हिस्से से अपनी मार्कशीट को वेरिफिकेशन करा सकेंगे. इसके लिए उन्हें यूनिवर्सिटी के चक्कर नहीं काटने पडे़ंगे. इससे उनके समय की बचत होगी और काम में देरी भी नहीं होगी.
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Allahabad University Marksheet with QR Code: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स के लिए अच्छी खबर है. यूनिवर्सिटी ने अपने स्टूडेंट्स के लिए एक नई पहल की है, जिसके चलते आने वाले समय में पढ़ाई करने वाले युवाओं को देश-विदेश से मिलने वाले जॉब ऑफर के चलते उन्हें मार्कशीट के वेरीफिकेशन के लिए कोई एक्स्ट्रा एफर्ट नहीं करना पडे़गा.
ऑन द स्पॉट होगा वेरीफिकेशन
जानकारी के मुताबिक अब यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स की मार्कशीट का वेरीफिकेशन ऑन द स्पॉट होगा, यह प्रक्रिया ऑनलाइन होगी. जी हां, इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की ओर से इस वेरीफिकेशन को एप्रूवल भी प्रदान किया जाएगा. इससे किसी दूसरे राज्यों के विश्वविद्यालयों में एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स को काफी हद तक राहत मिलेगी.
यूनिवर्सिटी ने एकेडमिक काउंसिल मीटिंग में लिया फैसला
इस महत्वपूर्ण फैसले को बीते सोमवार यूनिवर्सिटी की कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव की अध्यक्षता में हुई एकेडमिक काउंसिल की मीटिंग में ग्रीन सिग्नल दे दिया गया. इस बैठक में और भी कई और महत्वपूर्ण फैसले लिए गए.
समय की होगी बचत
अब इलाहाबाद विश्वविद्यालय में क्यूआर कोड वाली मार्कशीट जारी की जाएगी. इस मार्कशीट के चलते छात्र-छात्राओं की वेरीफिकेशन में आसानी होगी. दुनिया में कहीं पर भी क्यूआर कोड के जरिए मार्कशीट वेरिफाई हो सकेगी. इससे मार्कशीट सत्यापन के नाम पर होने वाले फर्जीवाड़े में आएगी कमी, इतना ही नहीं इससे स्टूडेंट्स का समय भी बचेगा.
बता दें कि डिग्री जारी करने वाले इंस्टीट्यूशन से किसी की भी मार्कशीट वेरीफाई कराने का नियम पहले से तय है. छात्र आगे की पढ़ाई के लिए कहीं दाखिला लेना चाहे या कहीं जॉब जॉइन करे, उसकी मार्कशीट का वेरीफिकेशन न होने पर प्रवेश निरस्त कर दिए जाने या जॉब से निकाल दिए जाने जैसे कदम उठाए जा सकते हैं.
जानिए अभी क्या है नियम
अभी मार्कशीट वेरीफिकेशन के लिए संबंधित इंस्टीट्यूशन से ओरिजनल यूनिवर्सिटी को भेजी जाती है. यहां से वेरीफिकेशन रिपोर्ट भेजी जाती है. अक्सर इन सब में देरी हो जाता है. इस शिकायत को लेकर सीरियस यूनिवर्सिटी ने इस प्रस्ताव को एजेंडे में रखा था कि क्यों न मार्कशीट को डिजिटल कर दिया और वेरीफिकेशन क्यूआर कोड से कर दिया जाए, गहन विचार- विमर्श के बाद इस प्रस्ताव को मीटिंग में एक्सेप्ट कर लिया गया.अब मार्कशीट पर अंकित क्यूआर कोड को स्कैन करते ही मार्कशीट सामने होगी और इसे वेरीफाई करने के लिए ऑर्थोराइज मान लिया जाएगा.