असम की धुवरी लोकसभा सीट से कांग्रेस पार्टी ने इस बार रकीबुल हुसैन को टिकट दिया है, जो राज्य में पार्टी के बड़े नेताओं में शुमार हैं. तीन दशक से प्रदेश की सियासत में एक्टिव रकीबुल हुसैन के सामने धुबरी में कांग्रेस की वापसी कराने की चुनौती है. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि लोकसभा चुनाव के बीच उनका सोशल मीडिया स्कोर कितना है.
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Rakibul Hussain Media Score: असम की धुबरी सीट पर कभी कांग्रेस का दबदबा हुआ करता था और 1977 से 2009 तक सिर्फ कांग्रेस उम्मीदवारों ने जीत हासिल की थी. लेकिन 2009 के बाद से कांग्रेस इस सीट पर कभी जीत नहीं पाई है. अब कांग्रेस ने धुबरी सीट से रकीबुल हुसैन को उम्मीदवार बनाया है और उन पर कांग्रेस की वापसी कराने की चुनौती है. लोकसभा चुनाव के बीच 'ज़ी न्यूज़' ने चुनाव मैदान में उतरे कई नेताओं के लीडर सोशल स्कोर (LSS) निकाले हैं. तो चलिए आपको बताते हैं कि रकीबुल हुसैन का सोशल मीडिया स्कोर कितना है.
रकीबुल हुसैन के सोशल मीडिया पर कितने फॉलोवर
7 अगस्त 1964 को असम के नगांव में जन्मे रकीबुल हुसैन (Rakibul Hussain) सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं. रकीबुल हुसैन के सबसे ज्यादा फॉलोअर फेसबुक पर हैं और उनको 1.53 लाख से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं. इसके अलावा रकीबुल हुसैन के ट्विटर पर 8400 से ज्यादा फॉलोअर हैं, जबकि इंस्टाग्राम पर उन्हें करीब 2500 लोग फॉलो करते हैं.
असम का बड़ा मुस्लिम चेहरा हैं रकीबुल हुसैन
रकीबुल हुसैन (Rakibul Hussain) असम का बड़ा मुस्लिम चेहरा हैं और उनका शुमार असम के बड़े कांग्रेस नेताओं में होता है. वर्तमान में रकीबुल हुसैन असम कांग्रेस के विधायक दल के उपनेता भी हैं. तीन दशक से प्रदेश की राजनीति में सक्रिय रकीबुल हुसैन साल 2001 में पहली बार सामागुरी निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी की टिकट पर चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे. रकीबुल हुसैन 2004, 2006 और 2011 में तरुण गोगोई सरकार में कई बड़े मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं.
धुबरी सीट पर रहा है कांग्रेस का दबदबा
असम की धुबरी लोकसभा सीट पर कांग्रेस का दबदबा रहा है और 1977 से 2009 तक सिर्फ कांग्रेस उम्मीदवारों ने जीत हासिल की थी. लेकिन 2004 के लोकसभा चुनाव में AIUDF के बदरुद्दीन अजमल ने इस सीट पर जीत हासिल की और इसके बाद से ही इस सीट पर उनका कब्जा है. अब कांग्रेस ने रकीबुल हुसैन को धुबरी सीट से चुनावी मैदान में उतारा है और उनके सामने एक बार फिर AIUDF के बदरुद्दीन अजमल हैं.
डिस्क्लेमर: लीडर्स सोशल स्कोर (LSS) मशीन लर्निंग पर आधारित है. फेसबुक, इंस्टाग्राम, एक्स और यूट्यूब जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से जुड़े 55 से ज्यादा पैरामीटर्स के आधार पर इसे निकाला गया है.