मुगलों के बारे में तो हमने बहुत पढ़ा और सुना है.
लेकिन आज एक ऐसी रानी के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसने अपने ही पति का विष चूस लिया था.
रानी कलावती ही वो रानी हैं,जिन्होंने अपने पति का विष चुस लिया था और उनकी जान बचाई थी.
वीरागंना कलावती ने वो कर दिखाया जो अच्छे-अच्छे महिलाएं या पुरुष नहीं कर पाए.
राजा कर्णसिंह की पत्नी थीं रानी कलावती.सही समय आने पर इन्होंने अपना शक्ति प्रदर्शन किया था.
जब अलाउद्दीन खिलजी अपना विस्तार भारत में कर रहा था.
अलाउद्दीन खिलजी ने अपने सेनापति को दक्षिण भारत की ओर भेजा था.
उस सफर में एक छोटा राज्य पड़ा, जिसके राजा कर्ण सिंह थे.
अलाउद्दीन खिलजी के सेनापति को लगा कि इस छोटे से राज्य को लगे हाथ हथिया लेते हैं.
बिना युद्ध किए अधीनता को स्वीकार कर लेना राजा कर्ण सिंह के खून में बिल्कुल नहीं था.
जब युद्ध में जाने के लिए राजा रानी से विदा लेने गए तो रानी ने भी युद्ध में जाने की जिद्द की.
खिलजी और राजा कर्ण सिंह के बीच जमकर युद्ध हुआ. इस युद्ध में रानी ने भी अपने तलवार का कौशल का जौहर दिखाया.
राजा कर्ण सिंह की जीत तो हुई, लेकिन जब वह पीछे हटे तो एक विष में डुबा बाण उनको आ लगा.
अब ऐसी अवस्था में किसी ऐसे व्यक्ति की दरकार थी जो राजा का विष चूस सके.
ऐसे में रानी कलावती आगे आईं और तुरंत राजा के शरीर से सारा विष चूस लिया.
उन्होंने राजा की तो जान बचाई, लेकिन वो खुद मूर्च्छित होकर गिर गईं.